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शुक्रवार, 23 दिसंबर 2011

Dhoni in Austrlia


धोनी  
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मानना है...कि अनुभव में ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्यों से आगे रहने के कारण उनकी टीम को आगामी चार मैचों की टेस्ट शृंखला में फायदा मिलेगा...पहला टेस्ट मैच 26 दिसम्बर से मेलबर्न में खेला जाएगा...धोनी ने कहा...कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को खराब लय के बावजूद हल्के में नहीं लिया जा सकता...क्योंकि उसके पास कुछ युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं...कप्तान ने कहा...कि ऑस्ट्रेलिया में शृंखला जीतने के लिए उनकी टीम को अपनी क्षमताओं के साथ न्याय करना होगा...धोनी ने कहा...की हमारे अधिकांश बल्लेबाजों ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में खेला है...इसी कारण हम कंगारू टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद लेकर चल रहे हैं...ऐसा नहीं है...कि विपक्षी टीम अच्छा नहीं करेगी...वह भी हमें हराने के लिए तैयारी कर रही है...वह हालांकि थोड़े खराब लय में हैं...यही कारण है...कि हमारे जीतने के अच्छे आसार हैं...धोनी ने कहा...की इसके बावजूद हमारी जीत इस बात पर निर्भर करेगी...कि हम अगले 12 दिनों में इन मुकाबलों के लिए खुद को किस तरह तैयार करते हैं...हमारे लिए ऑस्ट्रेलियाई माहौल में ढलना सबसे अधिक जरूरी है...और हम मुख्यतया इसी बात को लेकर प्रयासरत हैं..

Dhoni


धोनी विनिंग मोवेमेंट

विश्व कप क्रिकेट में अपनी बादशाहत कायम करने के बाद भारतीय टीम के 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी रो पड़े थे...जीत के बाद खुशी में वो अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए...मैदान से भावनाओं को काबू में रखते हुए ड्रेसिंग रूम पहुंचे...लेकिन वहां उनका सब्र जवाब दे गया...ड्रेसिंग रूम पहुंचने के बाद उन्होंने देखा..कि उनके दो और साथी रो रहे थे...इसके बाद तो उनसे भी नहीं रहा गया...और वो रो पड़े...फिर तो पूरी की पूरी टीम रो पड़ी...भारतीय टीम के कप्तान धोनी ने पहली बार मीडिया के सामने ये कबूला...धोनी ने कहा...की अगले विश्वकप में अभी साढ़े तीन वर्ष बाकी हैं...उन्हे पता नहीं...कि तब टीम में उनकी क्या स्थिति होगी...अगर सबकुछ सही चलता रहा...तो वर्ष 2013 के अंत में मैं देखूंगा...कि क्या मैं विश्वकप के लिए उपलब्ध रहूंगा या नहीं...30 वर्षीय धोनी तीनों क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम के कप्तान हैं...और साथ ही वह विकेटकीपर की भी भूमिका निभा रहे हैं...उन्होंने कहा...की विश्वकप के लिए आपको ऐसा विकेटकीपर चाहिए जिसने करीब 100 मैच खेले हों...इसलिए हमें इस पहलू को देखना पड़ेगा...अगर सबकुछ सही रहता है...तो वर्ष 2013 के अंत में जाकर इस पर विचार करेंगे कि क्या किया जा सकता है...हाल के वर्षों में भारत का व्यस्त कार्यक्रम रहा है...और इंडियन प्रीमियर लीग ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों की व्यस्तता और बढ़ा दी है...यही वजह है कि अब धोनी अपनी प्राथमिकता तय कर रहे हैं...और अहम दौरों से पहले आराम ले रहे हैं...ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला से आराम लिया था...धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने नयी ऊंचाइयां हासिल की हैं...उनकी कप्तानी में भारत ने वर्ष 2007 में ट्वेंटी-20 विश्वकप और इस वर्ष की शुरुआत में एकदिवसीय विश्वकप जीता था...साथ ही टीम पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर भी पहुंची...उन्होंने आईपीएल में अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स को दो बार चैंपियन बनाया...जबकि वर्ष 2010 में उनकी टीम ने चैंपियंस लीग का खिताब भी अपनी झोली में डाला...'कैप्टन कूल' के नाम से मशहूर धोनी ने हालांकि माना कि विश्वकप जीतने के बाद वह भी जोश में आ गए थे...धोनी ने कहा... की विश्वकप जीतने के बाद में जोश में आ गया था...और जोर से चिल्लाया था...लेकिन मीडिया के बाद उसकी फुटेज नहीं है...ऐसे मौकों पर अपनी भावनाओं पर काबू रखना मुश्किल हो जाता है...मैंने अपनी भावनाओं को दबा रखा था...और मैं जल्दी से जल्दी ड्रेसिंग रूम पहुंचना चाहता था...उन्होंने कहा...की जैसे ही मैं ड्रेसिंग रूम में पहुंचा...दो खिलाड़ियों ने खुशी से मुझे दबोच लिया...मैं भी जोश में आकर चिल्लाने लगा...जब मैंने ऊपर देखा...तो मेरे आसपास खिलाड़ियों का हुजूम लगा था...धोनी ने कहा...की हमारे लिए विश्वकप जीतना सबसे बड़ी उपलब्धि थी...हमने 28 वर्ष बाद जाकर विश्वकप जीता था...हम सभी विश्वकप जीतना चाहते थे...और जैसे ही हमारा यह सपना पूरा हुआ...हम अपनी भावनाओं को नहीं रोक सके...अगर आप फाइनल के बाद का प्रजेंटेशन कार्यक्रम देखेंगे तो पता चला कि टीम का हर खिलाड़ी खुशी से झूम रहा है...अपनी बल्लेबाजी शैली खासकर 'हेलीकाप्टर शॉट' के बारे में धोनी ने कहा...कि झारखंड में टेनिस बॉल से खेलते हुए उन्होंने यह शॉट लगाना सीखा था...उन्होंने कहा...की हम 16-18 गज की विकेट पर टेनिस बॉल से खेलते थे...और अधिकांश समय गेंदबाज यार्कर डालने की कोशिश करते थे...धोनी ने कहा...की ऐसी गेंदों पर छक्का मारने के लिए आपको गेंद को बल्ले के बीचोंबीच खेलने की जरूरत नहीं है...आप बल्ले के निचले हिस्से से खेलकर इसे सीमारेखा के पार पहुंच सकते हैं...अगर आपका शॉट सही है तो निश्चित रूप से गेंद छक्के के लिए जाएगी...कप्तान ने कहा...की मैंने कभी इस शॉट का अभ्यास नहीं किया... लेकिन समय गुजरने के साथ इसमें सुधार आया है...मैंने देखा...कि कई और बल्लेबाज भी इस शॉट को खेलने की कोशिश में लगे हैं... 

शुक्रवार, 16 दिसंबर 2011

India vs Australia

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के सामने एक और मुश्किल आ खड़ी हुई है...उसके रिजर्व विकेटकीपर टिम पेन भारत के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल नहीं है...ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान अब अपने नियमित विकेटकीपर ब्रैड हैडिन के फिट रहने की दुआ करनी होगी...दरअसल, टीम के रिजर्व विकेटकीपर टिम पेन उंगली में फ्रैक्चर के कारण गर्मियों के इस पूरे सत्र में नहीं खेल पाएंगे...क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के फिजियो ट्रेनर जेम्स के मुताबिक चूंकि टिम पेन की उंगली ऑपरेशन के बाद भी ठीक नहीं हो पाई है...लिहाजा उन्‍हें अब अपनी उंगली का दूसरा ऑपरेशन करवाना पड़ेगा...इस वजह से पेन तीन से चार महीने तक क्रिकेट से दूर रहेंगे...गौरतलब है...कि टिम पेन से पहले ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज शान मार्श फिट न होने के कारण पहले टेस्ट मैच से बाहर हो चुके हैं...मार्श को पिछले महीने केपटाउन में कमर में गंभीर चोट लगी थी...वही भारत के खिलाफ सीरीज से पहले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं...एक ओर टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज टिम पेन चोट के कारण आगामी सीरीज से ही बाहर हो गए हैं...तो आलराउंडर शेन वाटसन ने भी गेंदबाजी करने में असमर्थता जताई है...ऑस्ट्रेलिया के बैकअप विकेटकीपर और शीर्ष क्रम के बल्लेबाज टिम पेन उंगली में लगी चोट के कारण 26 दिसंबर से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम का हिस्सा नहीं होंगे...उधर आलराउंडी शेन वाटसन ने कहा...कि वह मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड में पहले टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ बल्लेबाजी करने उतरेंगे...लेकिन हैमस्ट्रिंग चोट के कारण गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे...न्यूजीलैंड से हार के बाद पहले ही दबाव में आ चुकी...ऑस्ट्रेलिया टीम की हालत दिनों दिन उसके चोटिल होते खिलाड़ियों ने और खराब कर दी है...ये सूची लगातार आगे हो रही है...इस सूची में एक नाम और आ गया है. वह नाम है डेविड वार्नर का...भारत के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले वार्नर ने पीठ में खिंचाव की शिकायत करके टीम की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं...गत सप्ताह न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सेंचुरी बनाने वाले वार्नर बिग बैश ट्वंटी 20 लीग की टीम 'सिडनी थंडर' के खिलाड़ी हैं...और शुक्रवार को लीग में शामिल होने के लिए उन्हें फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा...वार्नर ने अखबार सिडनी मोर्निंग हेराल्ड को कहा...कि मुझे हर पांच से दस मिनट में अपने शरीर को मोड़ना पड़ रहा है...नहीं तो मेरा शरीर पूरी तरह अकड़ जाता है...हालांकि उन्होंने कहा कि वह पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं और अपने फिजियोथेरेपिस्ट से मिलने के बाद वह एक बार फिर टीम में शामिल होकर बढ़िया प्रदर्शन करेंगे।

इस बीच युवा तेज गेंदबाज जेम्स पेटिंनसन और पीटर सिडल को हल्की फुल्की चोंटे आई हैं जिनका भारत के खिलाफ 26 दिसंबर से पहले टेस्टसे पूर्व उपचार किया जा रहा है। टीम के कोच मिकी आर्थर ने कहा है कि दोनों गेंदबाज भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैंच में जरूर खेलेंगे और इसमें कोई संदेह नहीं है। दोनों खिलाड़ियों का इस महत्वपूर्ण सीरीज से पहले गहन उपचार किया जा रहा है। गौरतलब है कि एक ओर आस्ट्रेलियाई टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज शान मार्श का पीठ में चोट के कारण भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में खेलना संदिग्ध है तो दूरी तरफ आलराउंडर शेन वाटसन हैम्स्ट्रिंग की चोट से उबरने का प्रयास कर रहे हैं।गौरतलब है कि सोमवार को न्यूजीलैंड से हार के बाद विश्व की नंबर दो टेस्ट टीम भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम केबल्लेबाजों पर सबसे ज्यादा उंगली उठ रही है। क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने आज डाक्टर ट्रेफ्रो जेम्स के हवाले से बताया कि फ्लिहाल पेन की उंगली में लगी चोट के जल्द ठीक होने के कोई आसार नहीं है और इस वक्त उनके लिए जरूरी है कि वह जल्द ही इसकी सर्जरी करा लें।

ऐसे में साफ है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज आने वाले तीन से चार महीनों तक खेलने में असमर्थ हैं। ऑलरांउडर वाटसन ने फ्क्सो स्पोर्ट्स को अपने साक्षात्कार में कहा कि मेरे लिए यह काफी निराशाजनक है कि मैं गेंदबाजी नहीं कर पाऊंगा। लेकिन मैं आने वाले एक दो सप्ताह तक बल्लेबाजी में अच्छा करने का प्रयास कर रहा हूं। गौरतलब है कि माइकल क्लार्क के कप्तान बनने के बाद से वाटसन पर बल्लेबाजी की बजाय गेंदबाजी अधिक करने का दबाव भी अधिक रहा है। 

गुरुवार, 15 दिसंबर 2011

चूत पूजा

न जाने कब से यह मेरे ख्याल में बस गया था...मुझे याद तक नहीं, लेकिन अब 24 साल की उम्र में उस ख्वाहिश को पूरा करने की मैंने ठान ली थी...जीवन तो बस एक बार मिला है...तो उसमें ही अपनी चाहतों और आरजू को पूरा करना है...क्या इच्छा थी यह तो बताना मैं भूल ही गया...तो सुनिए...मेरी इच्छा थी...कि दुनिया की हर तरह की चूत और चूची का मज़ा लूँ...गोरी बुर, सांवली बुर, काली बुर, जापानी बुर, चाइनीज़ बुर...यूँ समझ लीजिये कि हर तरह की बुर का स्वाद चखना चाहता था...हर तरह की चूत के अंदर अपने लंड को डालना चाहता था... लेकिन मेरी शुरुआत तो देशी चूत से हुई थी...उस समय मैं सिर्फ बाईस साल का था...मेरे पड़ोस में एक महिला रहती थी...उनका नाम था अनीता और उन्हें मैं अनीता आंटी कहता था...अनीता आंटी की उम्र 45-50 के बीच रही होगी...सांवले रंग की और लम्बे लम्बे रेशमी बाल के अलावा उनके चूतड़ काफी बड़े थे...चूचियों का आकार भी तरबूज के बराबर लगता था...मैं अक्सर अनीता आंटी का नाम लेकर हस्तमैथुन करता था...एक शाम को मैं अपना कमरा बंद करके के मूठ मार रहा था...मैं जोर जोर से अपने आप बोले जा रहा था- यह रही अनीता आंटी की चूत और मेरा लंड ...आहा ओहो ! आंटी चूत में ले ले मेरा लंड ... यह गया तेरी बुर में मेरा लौड़ा पूरा सात इंच ...चाची का चूची .. हाय हाय ..चोद लिया ...अनीता ..पेलने दे न ... क्या चूत है ...! अनीता चाची का क्या गांड है ...! और इसी के साथ मेरा लंड झड़ गया...फिर बेल बजी...मैंने दरवाज़ा खोला तो सामने अनीता आंटी खड़ी थी... लाल रंग की साड़ी और स्लीवलेस ब्लाउज में, गुस्से से लाल...उन्होंने अंदर आकर दरवाज़ा बंद कर लिया...और फिर बोली- क्यों बे हरामी...क्या बोल रहा था?...गन्दी गन्दी बात करता है...मेरे बारे में?...मेरा चूत लेगा ?...देखी है मेरी चूत तूने...?...है दम तेरी गांड में इतनी ?...और फिर आंटी ने अपनी साड़ी उठा दी...नीचे कोई पैंटी-वैन्टी नहीं थी...दो सुडौल जांघों के बीच एक शानदार चूत थी: बिलकुल तराशी हुई, बिल्कुल गोरी-चिट्टी, साफ़, एक भी बाल या झांट का नामो-निशान नहीं, बुर की दरार बिल्कुल चिपकी हुई !...ऐसा मालूम होता था...जैसे गुलाब की दो पंखुड़ियाँ आपस में लिपटी हुई हों...हे भगवान !...इतनी सुंदर चूत, इतनी रसीली बुर, इतनी चिकनी योनि !... भग्नासा करीब 1 इंच लम्बी होगी...वैसे तो मैंने छुप छुप कर स्कूल के बाथरूम में सौ से अधिक चूत के दर्शन किए होंगे...मैडम अनामिका की गोरी और रेशमी झांट वाली बुर से लेकर मैडम उर्मिला की हाथी के जैसी फैली हुई चूत !...मेरी क्लास की पूजा की कुंवारी चूत और मीता के काली किन्तु रसदार चूत...लेकिन ऐसा सुंदर चूत तो पहली बार देखी थी...आंटी, आपकी चूत तो अति सुंदर है...मैं इसकी पूजा करना चाहता हूँ...यानि चूत पूजा !...मैं एकदम से बोल पड़ा..."ठीक है !...यह कह कर आंटी सामने वाले सोफ़े पर टांगें फैला कर बैठ गई...अब उनकी बुर के अंदर का गुलाबी और गीला हिस्सा भी दिख रहा था...मैं पूजा की थाली लेकर आया...सबसे पहले सिन्दूर से आंटी की बुर का तिलक किया...फिर फूल चढ़ाए उनकी चूत पर...उसके बाद मैंने एक लोटा जल चढ़ाया...अंत में दो अगरबत्ती जला कर बुर में खोंस दी...और फिर हाथ जोड़ कर बुर देवी की जय !...चूत देवी की जय !...कहने लगा....आंटी बोली- रुको मुझे मूतना है !..."तो मूतिये आंटी जी...यह तो मेरे लिए प्रसाद है... चूतामृत यानि बुर का अमृत...आंटी खड़ी हो कर मूतने लगी...मैं झुक कर उनका मूत पीने लगा...मूत से मेरा चेहरा भीग गया था...उसके बाद आंटी की आज्ञा से मैंने उनकी योनि का स्वाद चखा...उनकी चिकनी चूत को पहले चाटने लगा...और फिर जीभ से अंदर का नमकीन पानी पीने लगा....चिप चिपा और नमकीन....आंटी सिसकारियाँ लेती रही....और मैं उनकी बूर को चूसता रहा...जैसे कोई लॉलीपोप हो...मैं आनंद-विभोर होकर कहते जा रहा था- वाह रसगुल्ले सरीखी बुर...फिर मैंने सम्भोग की इज़ाज़त मांगी...आंटी ने कहा- चोद ले....बुर गांड दोनों..लेकिन ध्यान से...मैं अपने लंड को हाथ में थाम कर बुर पर रगड़ने लगा....और वोह सिसकारने लगी- डाल दे बेटा अपनी आंटी की चूत में अपना लंड...अभी लो आंटी...यह कह कर मैंने अपना लंड घुसा दिया और घुच घुच करके चोदने लगा...."और जोर से चोद.. "..."लो आंटी ! मेरा लंड लो.. अब गांड की बारी !"...कभी गांड और कभी बुर करते हुए मैं आंटी को चोदता रहा करीब तीन घंटे तक....आंटी साथ में गाना गा रही थी : तेरा लंड मेरी बुर... अंदर उसके डालो ज़रूर...चोदो चोदो, जोर से चोदो...अपने लंड से बुर को खोदो...गांड में भी इसे घुसा दो...फिर अपना धात गिरा दो...इस गाने के साथ आंटी घोड़ी बन चुकी थी...और और मैं खड़ा होकर पीछे चोद रहा था। मेरा लंड चोद चोद कर लाल हो चुका था.. नौ इंच लम्बे और मोटे लंड की हर नस दिख रही थी। मेरा लंड आंटी की चूत के रस में गीला हो कर चमक रहा था।

जोर लगा के हईसा ...

चोदो मुझ को अईसा ...

बुर मेरी फट जाये ...

गांड मेरी थर्राए ...

आंटी ने नया गाना शुरू कर दिया।

मैं भी नये जोश के साथ आंटी की तरबूज जैसे चूचियों को दबाते हुए और तेज़ी से बुर को चोदने लगा .. बीच बीच में गांड में भी लंड डाल देता ... और आंटी चिहुंक जाती ..

चुदाई करते हुए रात के ग्यारह बज चुके थे और सन्नाटे में घपच-घपच और घुच-घुच की आवाज़ आ रही थी ..

यह चुदने की आवाज़ थी ... यह आवाज़ योनि और लिंग के संगम की थी ...

यह आवाज़ एक संगीत तरह मेरे कानों में गूँज रही थी और मैंने अपने लंड की गति बढ़ा दी।

आंटी ख़ुशी के मारे जोर जोर से चिल्लाने लगी- चोदो ... चोदो ... राजा ! चूत मेरी चोदो ...

यह कहानी कैसी लगी आप को ज़रूर बताइए। आपकी इमेल पर निर्भर करता है कि आगे कहानी लिखूं या नहीं !

बुधवार, 7 दिसंबर 2011

Austila tour

इंडिया का अगला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया जैषी मज़बूत टीम के साथ होना है. और इस टीम के पास वो सब है जो एक मज़बूत टीम के पास हो सकता है. इंडिया के पास एक मज़बूत बल्लेबाजी आर्डर है. और गेंदबाज़ी मे ज़हीर खान के आने के बाद से  गेंदबाज़ी आर्डर भी काफी अच्छा हो गया है. जिससे इंडिया के जीतने की उम्मीद काफी अच्छी हो गयी है.